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"प्यास"

प्यास कहाँ है?
गिलास मेंं
मटके में
या
फिर लोटे में भी नहीं है ।
हां
सकोरे में भरे हुआ
पानी में
प्यास है ।
"गौरैया"  अपनी चोंच से
अपनी प्यास बुझाती ।


अनिल कुमार सोनी

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