
लेखक - मनोज तिवारी
Email - manojchand6128@gmail.com
हो भइया बड़ा भये परेशान
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नई में
बड़ा भये परेशान ।।
मन में रखी कर सबका मान
हो भैया बड़ा भये परेशान
खूब करावा काम चेन्नई में
खूब कामवा नाम चेन्नई में
तबउ न देखावा शान चेन्नई में
तबउ न देखावा शान
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नई में
बड़ा भये परेशान ।।
तबउ किहा सम्मान सभी के
खूब करावा काम सभी के
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नई में
बड़ा भये परेशान ।।
आवा गमन रहा खूब जोरे
जेके देख उहइ हिलोरे
आउ न देखा ताऊ न देखा
सबके दिहा घुमाई चेन्नई में
सबके दिहा घुमाई
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नई में
बड़ा भये परेशान।।
केउ पुछई ए एल्ला विल्ला
केउ पुछई ए टेण्डला
हमका कुछ भी समझ ना आवा
हम बोला या या टूंडला
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नैई में
बड़ा भये परेशान।।
केउ कहइ हम आईपीएस
केउ कहई हम आईएस
केउ कहइ हम एमपी
केउ कहइ हम अमेले
हमके त घुमई द भैया जरा अकेले
हम कहा भैया चुप रहा तू
तोहके घुमाउब अकेले
हो भैया बड़ा भये परेशान चेन्नई में
बड़ा भये परेशान ।।
तब से पीछे नजर घुमावा
और थोड़ के बढ़ी के आगे आवा
देखा लाइन लगी हजार
ब्रेव बायसन करई पुकार
चेन्नई की जय जयकार
चेन्नई की जय जयकार।।
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लेखक परिचय-
मिर्जापुर जिले के छोटे से कस्बे लहंगपुर में पले बढ़े मनोज तिवारी, हर एक चीज को बदलाव की ऩजर से देखते हैं. यही वजह है कि ये लगातार अपने बदलाव को प्रयोगिक धरातल पर उतार कर साहित्यिक रूप में जन मानस तक पहुँचानें में सफल रहें हैं. इनका कहना सिर्फ इतना है कि अच्छे काम करते जाओ, सीखते जाओ और कदम बढ़ाते जाओ.
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