teenager sale blood for buy a smartphone and extra money 444229 - लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में किशोरों के बीच स्मार्टफोन की चाहत कुछ इस कदर बढ़ चुकी है कि वे अब इसके लिए अपना खून भी बेचने के लिए तैयार हो गए हैं। इसके लिए उनको उकसाने वालों में राजधानी में खून का धंधा करने वाले एजेंट्स शामिल हैं, जो विभिन्न ब्लड बैंकों में खून पहुंचाने का काम करते हैं। इसके लिए वे नाबालिग किशोरों को एक्स्ट्रा कमाई के साथ ही स्मार्टफोन का लालच दे रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के अनुसार, स्मार्टफोन और थोड़े पैसे की चाहत में तीन नाबालिग लड़के 500 रुपये प्रति यूनिट पर खून बेचते पकड़े गए। बीते शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने एक स्थानीय पैथोलॉजी एंड ब्लड बैंक पर छापा मारा, जहां तीन मेडिकली अनफिट नाबालिग खून देते पकड़े गए।
सूत्रों के अनुसार, ब्लड डोनेशन के नाम पर नाबालिगों से खून लेने का यह अवैध कारोबार काफी समय से चल रहा है। इसके लिए ब्लड बैंकों के रिकॉर्ड बुक में भी गड़बड़ी कर बच्चों की उम्र में हेराफेरी की जाती है।
चौक इलाके के रहने वाले 14 साल के अजय (बदला हुआ नाम) के अनुसार, वह एक स्मार्टफोन खरीदने के लिए पैसा जमा कर रहा था। एक दिन ब्लड बैंक का एजेंट उससे मिला जिसने बताया कि वह कुछ और एक्स्ट्रा पैसा कमा सकता है, लेकिन इसके लिए खून बेचना होगा।
अजय की मां तीन हजार रुपये पर एक क्लिनिक में नौकरी करती है और वह खुद एक कपड़े की दुकान में 4 हजार रुपये महीने पर काम करता है। लेकिन, मां-बेटे की पूरी कमाई से घर के खर्च पूरी नहीं हो पाती। अजय के परिवार में उसके दो भाई-बहन और दादी भी हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, खून देने के लिए कानूनन न्यूनतम आयु 18 साल और हीमोग्लोबिन 13 होना चाहिए। लेकिन, छापा मारने वाली टीम ने देखा कि तीनों लड़कों की उम्र 18 साल से कम थी और उनका हीमोग्लोबिन 12 से भी कम था। तीनों नाबालिग गरीब परिवार से संबंध रखते हैं।
"तुलसी अतुल्य सेवा संसथान"
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